Bima Sakhi Yojana: आज भारत डिजिटल युग की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है और इस परिवर्तन में महिलाओं की भागीदारी को मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार ने महिला डिजिटल सखी योजना 2025 की शुरुआत की है यह योजना खासतौर पर ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों की महिलाओं के लिए बनाई गई है ताकि वे न केवल डिजिटल सेवाओं को समझ सकें, बल्कि दूसरों को भी सिखाकर आय अर्जित कर सकें इस योजना के माध्यम से महिलाएं डिजिटल साक्षरता बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रही हैं।
योजना का मुख्य उद्देश्य
महिला डिजिटल सखी योजना का उद्देश्य है महिलाओं को डिजिटल रूप से प्रशिक्षित करना और उन्हें गांव-गांव जाकर डिजिटल लेन-देन, मोबाइल बैंकिंग, ऑनलाइन फॉर्म भरना, सरकारी योजनाओं की जानकारी देना जैसे कार्यों में प्रशिक्षक के रूप में नियुक्त करना इसके लिए उन्हें सरकार की ओर से प्रशिक्षण दिया जाता है और प्रशिक्षित होने के बाद वे हर महीने ₹10,000 तक की आमदनी कर सकती हैं।
कौन महिलाएं बन सकती हैं डिजिटल सखी
इस योजना के तहत आवेदन करने वाली महिला की उम्र 18 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए और उसके पास कम से कम 12वीं कक्षा की योग्यता होनी चाहिए यदि महिला के पास बेसिक कंप्यूटर या स्मार्टफोन चलाने का अनुभव है तो उसे प्राथमिकता दी जाती है यह योजना उन गृहिणियों के लिए आदर्श है जो घर के कामों के साथ कुछ अतिरिक्त कमाई करना चाहती हैं।
योजना के लिए जरूरी दस्तावेज
महिला डिजिटल सखी योजना में आवेदन के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:
दस्तावेज का नाम | विवरण |
---|---|
आधार कार्ड | पहचान प्रमाण |
बैंक खाता और पासबुक | वेतन ट्रांसफर के लिए |
शैक्षणिक प्रमाण पत्र | न्यूनतम 12वीं पास होना आवश्यक |
निवास प्रमाण पत्र | संबंधित राज्य या जिले की महिला हो |
पासपोर्ट साइज फोटो | आवेदन पत्र के साथ संलग्न |
मोबाइल नंबर और ईमेल ID | प्रशिक्षण व संवाद के लिए |
आवेदन प्रक्रिया – ऐसे करें ऑनलाइन आवेदन
महिला डिजिटल सखी योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है इच्छुक महिलाएं नीचे दिए गए चरणों का पालन कर सकती हैं:
- सबसे पहले www.indiadigitalsakhi.gov.in पर जाएं (उदाहरण स्वरूप लिंक)
- होमपेज पर “डिजिटल सखी रजिस्ट्रेशन” लिंक पर क्लिक करें
- वहां दिए गए आवेदन फॉर्म में अपनी जानकारी भरें
- आवश्यक दस्तावेज स्कैन करके अपलोड करें
- सबमिट बटन पर क्लिक करें
- रजिस्ट्रेशन के बाद चयनित उम्मीदवारों को ईमेल या SMS के माध्यम से प्रशिक्षण केंद्र की जानकारी भेजी जाएगी
कितनी होगी कमाई और क्या मिलेंगे लाभ
जो महिलाएं प्रशिक्षण के बाद डिजिटल सखी के रूप में काम करती हैं, उन्हें सरकार की तरफ से ₹10,000 तक मानदेय दिया जाता है इसके साथ ही प्रत्येक सफल डिजिटल कार्य (जैसे डिजिटल ट्रांजेक्शन, सरकारी योजना का लाभ दिलाना आदि) पर अलग से इंसेंटिव भी मिलता है इस योजना के माध्यम से महिलाएं 1 साल के भीतर ₹1.2 लाख से अधिक कमा सकती हैं।
महिलाओं के लिए कैसे है ये योजना खास
यह योजना उन महिलाओं के लिए खास है जो अपने गांव की बाकी महिलाओं को भी डिजिटल दुनिया से जोड़ना चाहती हैं। इसके अलावा:
- महिलाएं डिजिटल सेवाओं की विशेषज्ञ बनती हैं
- आत्मविश्वास और सामाजिक सम्मान में वृद्धि होती है
- नौकरी या ऑफिस जाने की ज़रूरत नहीं – घर या आसपास के क्षेत्र में ही काम
- डिजिटल इंडिया अभियान में सीधी भागीदारी का मौका
समाज में लाती है बड़ा बदलाव
महिला डिजिटल सखी योजना न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाती है बल्कि गांवों को भी डिजिटल बनाती है जब महिलाएं गांव में डिजिटल सेवाएं देती हैं, तो वहां के लोग भी धीरे-धीरे तकनीक से जुड़ने लगते हैं इससे न केवल आर्थिक लेन-देन आसान होता है बल्कि सरकारी सेवाओं तक पहुंच भी बेहतर होती है।
नोट: अगर आप इस योजना के लिए आवेदन करना चाहती हैं, तो समय रहते रजिस्ट्रेशन करें और खुद को एक नई दिशा में अग्रसर करें।